उन खुशनुमा पलों में शायद उनको याद हमारी आती होगी। उन खुशनुमा पलों में शायद उनको याद हमारी आती होगी।
चंद लकीरों में ही जी लेता हूँ तुम्हें आजकल लिख कर। चंद लकीरों में ही जी लेता हूँ तुम्हें आजकल लिख कर।
चंद सांसें , चंद लम्हे .. चंद सांसें , चंद लम्हे ..
लम्हों की नमी को महसूस किया था जो तुम्हारी आँखों की कोर पर अटका था तुम बहुत आगे निकल गए अपना पूरा पी... लम्हों की नमी को महसूस किया था जो तुम्हारी आँखों की कोर पर अटका था तुम बहुत आगे ...
वक़्त के कुतरे पंखों को काट आज कुछ मुस्कानें खरीद कर ही उड़ान भर लें वक़्त के कुतरे पंखों को काट आज कुछ मुस्कानें खरीद कर ही उड़ान भर लें
उदास रहने से हँसा देती है ये दोस्ती, पुकारने से चली आती है ये दोस्ती, उदास रहने से हँसा देती है ये दोस्ती, पुकारने से चली आती है ये दोस्ती,